Shashi Kurre
724 views
5 days ago
27 नवंबर #इतिहासमेंआज #आजकेदिन 1942 में, डॉ. #बाबासाहेबअंबेडकर ने 8 घंटे का वर्किंग डे लागू किया, जिसे 14 घंटे से घटाकर 8 घंटे कर दिया गया। उन्होंने इसे #नईदिल्ली में इंडियन लेबर कॉन्फ्रेंस के 7वें सेशन में लागू किया था। सभी मज़दूरों को उनका शुक्रगुजार होना चाहिए, खासकर महिला मज़दूरों को। डॉ. #बाबासाहेबअंबेडकर ने महिला मज़दूरों के लिए कई कानून बनाए, जैसे 'माइंस मैटरनिटी बेनिफिट एक्ट', 'महिला श्रम कल्याण कोष', 'महिला और बाल श्रम संरक्षण अधिनियम', 'महिला श्रमिकों के लिए मातृत्व लाभ' और 'कोयला खदानों में भूमिगत काम पर महिलाओं के रोजगार पर प्रतिबंध की बहाली'। 'महंगाई भत्ता' (DA) में हर बढ़ोतरी, जो आपके चेहरे पर मुस्कान लाती है, वह भी डॉ. अंबेडकर को धन्यवाद देने का एक मौका होना चाहिए। अगर आपको 'छुट्टी का लाभ' मिलता है, तो डॉ. अंबेडकर को नमन करें। अगर 'वेतनमान में संशोधन' आपको खुश करता है, तो डॉ. #बाबासाहेबअंबेडकर को याद करें। कर्मचारी राज्य बीमा (ESI) मज़दूरों को मेडिकल देखभाल, मेडिकल छुट्टी, काम के दौरान चोट लगने से होने वाली शारीरिक विकलांगता, कामगारों का मुआवजा और विभिन्न सुविधाओं के प्रावधान में मदद करता है। डॉ. #बाबासाहेबअंबेडकर ने इसे मज़दूरों के लिए बनाया और लागू किया। #डॉ बाबासाहेब आंबेडकर #फुले शाहू अंबेडकर