#🌿आयुर्वेदिक नुस्खों पर चर्चा #🌿आयुर्वेद
रात की रोटी फेंकने से पहले सोचें… पेट, शुगर और वजन के लिए बड़ा वरदान, जानें इसके फायदे*
अकसर घरों में रात की बची हुई रोटियां सुबह के नाश्ते में कोई पसंद नहीं करता. कई लोग तो इन्हें फेंक भी देते हैं. लेकिन. क्या आप जानते हैं कि वही बासी रोटी, जिसे हम बेकार समझते हैं, असल में शरीर के लिए किसी औषधि से कम नहीं है.
आयुर्वेद में भी बासी रोटी को स्वास्थ्यवर्धक बताया गया है. सबसे पहले इसके फायदों की बात करें तो, बासी रोटी शरीर में ठंडक पहुंचाती है और पाचन तंत्र को दुरुस्त करती है. गर्मियों में इसे खाने से शरीर का तापमान संतुलित रहता है और एसिडिटी या गैस जैसी समस्याएं नहीं होतीं.
शुगर के मरीजों के लिए भी बासी रोटी फायदेमंद होती है, क्योंकि इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जिससे ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है. रात की रोटी में स्टार्च की मात्रा बढ़ जाती है, जो सुबह खाने पर शरीर को धीरे-धीरे ऊर्जा देता है.
बासी रोटी का सुबह के समय सेवन करने से दिनभर थकान महसूस नहीं होती. बासी रोटी वजन घटाने वालों के लिए भी अच्छी मानी जाती है, क्योंकि यह पेट भर देती है और कैलोरी कम देती है.
बासी रोटी को खाने के कई पारंपरिक तरीके हैं. सबसे लोकप्रिय तरीका है. दूध के साथ खाना. सुबह खाली पेट ठंडे दूध में रोटी तोड़कर खाने से शरीर को ठंडक मिलती है और पाचन सुधरता है. यह तरीका गांवों में आज भी बहुत आम है.
बासी रोटी को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़कर दही में मिलाएं, और थोड़ा नमक व जीरा पाउडर डालें. यह न केवल स्वाद में लाजवाब होती है, बल्कि पेट के लिए भी बेहद हल्की होती है.
अगर आप स्वाद बढ़ाना चाहते हैं तो बासी रोटी में गुड़ या शहद भी मिला सकते हैं. इससे यह नाश्ते का मीठा और एनर्जी से भरा विकल्प बन जाती है. ध्यान रखें कि रोटी साफ़ और ढकी हुई रखी हो, और रातभर फ्रिज या ढक्कन वाले बर्तन में रखी जाए, ताकि नमी या धूल न लगे.
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1 गिलास छाछ पीने से होंगे चमत्कारी लाभ*
गर्मियों में दूध से बने पदार्थ को शरीर के लिए बहुत अधिक लाभदायक माना गया है। इसीलिए इन दिनों दही,पनीर, मट्टा व छाछ का भरपूर उपयोग किया जाता है।
दही, पनीर, मठ्ठा, आदि तो उपयोगी हैं ही लेकिन उनसे भी ज्यादा लाभदायक छाछ है। गर्मियों मे रोजाना छाछ का सेवन अमृत के समान है। इससे चेहरा चमकने लगता है। खाने के साथ छाछ पीने से जोड़ों के दर्द से भी राहत मिलती है। छाछ कैल्शियम से भरी होती है।इसका प्रतिदिन सेवन करने वाले को कभी भी पाचन सबंधी समस्याएं प्रभावित नहीं करती हैं। खाना खाने के बाद पेट भारी हो जाना अरूचि आदि दूर करने के लिए गर्मियों में छाछ जरुर पीना चाहिए। प्रतिदिन छाछ पीने के ढेरों लाभ हैं उन्हीं में से कुछ आज हम आपको बताने जा रहे हैं।
एसिडिटी- गर्मी के कारण अगर दस्त हो रही हो तो बरगद की जटा को पीसकर और छानकर छाछ में मिलाकर पीएं। छाछ में मिश्री, काली मिर्च और सेंधा नमक मिलाकर रोजाना पीने से एसिडिटी जड़ से साफ हो जाती है।
रोग प्रतिरोधकता बढाए- इसमें हेल्दी बैक्टीरिया और कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं साथ ही लैक्टोस शरीर में आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाता है, जिससे आप तुरंत ऊर्जावान हो जाते हैं।
कब्ज- अगर कब्ज की शिकायत बनी रहती हो तो अजवाइन मिलाकर छाछ पीएं। पेट की सफाई के लिए गर्मियों में पुदीना मिलाकर लस्सी बनाकर पीएं।
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*99% लोग नहीं जानते बादाम खाने का सही तरीका, एक्सपर्ट ने बताया खाने का सही तरीका!
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बादाम खाने की सही तरीका
एक्सपर्ट्स के मुताबिक बादाम खाने का सही तरीका यह है कि सबसे पहले बादाम को रातभर पानी में भिगो दें, फिर सुबह छिलका उतारकर खाएं. इससे शरीर को ज्यादा फायदा मिलेगा.
छिलका निकालकर खाएं
बिना छिले बादाम के सफेद भाग में पॉलीफेनोल और फ्लेवोनोइड जैसे एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर में ऑक्सीडेटिव युक्त तनाव और सूजन से लड़ने में मदद करते हैं.
रात भर बादाम को भिगोने के बाद ये मुलायम हो जाते हैं, जिससे उन्हें चबाना और पचाना काफी आसान हो जाता है. भीगे हुए बादाम पेट के लिए हल्के होते हैं और पाचन में सहायता करते हैं.
रोजाना भीगे हुए बादाम खाना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है. बादाम मोनोअनसैचुरेटेड फैट और मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं, जो खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने और रक्त की मात्रा को सामान्य बनाए रखने में मदद करते हैं. इसके अलावा भीगे बादाम खाने से दिमाग तेज करने, दिल को स्वस्थ रखने, हड्डियों को मजबूत बनाने मदद मिलती है.