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#🤲इस्लाम की प्यारी बातें
🤲इस्लाम की प्यारी बातें - रज्जब के आमाल रज्जब में क्या करें? ज़्यादा से ज़्यादा इस्तेग़फ़ार सच्ची तौबा और गुनाह छोड़ने का इरादा कम से कम 2 रकात नफ़्ल नमाज़ रोज़ रोज़ाना दरूद शरीफ़ दिल की सफ़ाई , बुरे रिश्तों से दूरी रमज़ान की नियत और प्लानिंग 0 ख़ास ज़िक्रः अस्तग़फ़िरुल्लाह वा असअलुहुत तौबा फ़ज़ीलतः रज्जब अल्लाह का महीना है - इसमें तौबा जल्दी क़ुबूल होती है। रज्जब के आमाल रज्जब में क्या करें? ज़्यादा से ज़्यादा इस्तेग़फ़ार सच्ची तौबा और गुनाह छोड़ने का इरादा कम से कम 2 रकात नफ़्ल नमाज़ रोज़ रोज़ाना दरूद शरीफ़ दिल की सफ़ाई , बुरे रिश्तों से दूरी रमज़ान की नियत और प्लानिंग 0 ख़ास ज़िक्रः अस्तग़फ़िरुल्लाह वा असअलुहुत तौबा फ़ज़ीलतः रज्जब अल्लाह का महीना है - इसमें तौबा जल्दी क़ुबूल होती है। - ShareChat

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