ShareChat
click to see wallet page
#✍️ साहित्य एवं शायरी #✍️ अनसुनी शायरी #एक रचना रोज़✍ #💔दर्द भरी कहानियां #📚कविता-कहानी संग्रह
✍️ साहित्य एवं शायरी - जला दी जैसे जिलानी थी हमने जिंदगी. धीरज तमाशा कैसा और अब धुए पर राख कैसी पर बहस जला दी जैसे जिलानी थी हमने जिंदगी. धीरज तमाशा कैसा और अब धुए पर राख कैसी पर बहस - ShareChat

More like this