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#✡️सितारों की चाल🌠 #✡️ज्योतिष समाधान 🌟
✡️सितारों की चाल🌠 - ज्योतिष के महत्वपूर्ण सूत्र (part -2) यदि १२वें भाव में स्थित ग्रह उच्च का हो तो १२वें भाव के दोष कुछ हद तक कम हो जाते हैं।  ( १२वें भाव में मंगलभ्शनि या शनि+्केतु हों तो ट्यूमर या फोड़े हो सकते है। शुभ ग्रह १२वें भाव में हो तो जातक पुण्य कर्मों में धन खर्च करता है। द्वादश भाव का स्वामी कमजोर हो और छठे भाव के स्वामी से दृष्ट हो तो मुकदमे बाजी से बर्बादी होती है। द्वादश भाव का स्वामी आठवें भाव में होने पर व्यक्ति ईश्वर भक्त, सत्यवादी और धार्मिक होता है। १२वें भाव में शनि और राहु होने पर व्यक्ति কীনা ট1 কতূম यदि १२वें भाव में कोई शुभ ग्रह हो या शुभ ग्रह की दृष्टि हो तो जातक को जरूरत के समय उसकी देखभाल करने वाला कोई गॉडफादर मिल जाता है। १२वें भाव में चर राशि हो और उसमें शुक्र या चंद्र हो तो जातक सदैव यात्रा करता रहता है। ज्योतिष के महत्वपूर्ण सूत्र (part -2) यदि १२वें भाव में स्थित ग्रह उच्च का हो तो १२वें भाव के दोष कुछ हद तक कम हो जाते हैं।  ( १२वें भाव में मंगलभ्शनि या शनि+्केतु हों तो ट्यूमर या फोड़े हो सकते है। शुभ ग्रह १२वें भाव में हो तो जातक पुण्य कर्मों में धन खर्च करता है। द्वादश भाव का स्वामी कमजोर हो और छठे भाव के स्वामी से दृष्ट हो तो मुकदमे बाजी से बर्बादी होती है। द्वादश भाव का स्वामी आठवें भाव में होने पर व्यक्ति ईश्वर भक्त, सत्यवादी और धार्मिक होता है। १२वें भाव में शनि और राहु होने पर व्यक्ति কীনা ট1 কতূম यदि १२वें भाव में कोई शुभ ग्रह हो या शुभ ग्रह की दृष्टि हो तो जातक को जरूरत के समय उसकी देखभाल करने वाला कोई गॉडफादर मिल जाता है। १२वें भाव में चर राशि हो और उसमें शुक्र या चंद्र हो तो जातक सदैव यात्रा करता रहता है। - ShareChat

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