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#सत_भक्ति_संदेश
सत_भक्ति_संदेश - गरीब, आशिक इश्क छांडे नहीं लगे बिरह के बान..! कलाली दर घूमहीं  राखे सब का சஎ!! जिस आत्मा को एक बार परमात्मा के शब्द की चोट लग से दर फिर नहीं हो सकती जैसे जाये मंसूर वो आत्मा भगवान मीराबाई को लगी इनको भगवान का इश्क़ हुआ क्योंकि विरह के बाण   लगते है फिर . इनको ' जाम की ये आत्माये भगवान का' सुमिरन शरब॰ ए- नाम तरह करते हैत #Ka b i r a गरीब, आशिक इश्क छांडे नहीं लगे बिरह के बान..! कलाली दर घूमहीं  राखे सब का சஎ!! जिस आत्मा को एक बार परमात्मा के शब्द की चोट लग से दर फिर नहीं हो सकती जैसे जाये मंसूर वो आत्मा भगवान मीराबाई को लगी इनको भगवान का इश्क़ हुआ क्योंकि विरह के बाण   लगते है फिर . इनको ' जाम की ये आत्माये भगवान का' सुमिरन शरब॰ ए- नाम तरह करते हैत #Ka b i r a - ShareChat

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