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✍️ साहित्य एवं शायरी - कभीकरभी॰॰ लिए सुकूनकै किसी दवाकी नर्हीं, बल्कि ऐसे सख्श कीजरूरत होती है॰जो हमारे दर्दको समझ सके..!! 100 कभीकरभी॰॰ लिए सुकूनकै किसी दवाकी नर्हीं, बल्कि ऐसे सख्श कीजरूरत होती है॰जो हमारे दर्दको समझ सके..!! 100 - ShareChat

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