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#✍️ अनसुनी शायरी #महफ़िल-ए-शायरी 💔✍️ #📝 अधूरे अल्फाज़ #✍️अनकही दिल की बात
✍️ अनसुनी शायरी - आख़िर में कुछ नहीं बचा और 092 हमारे पास ख़ुद के अलावा... talash_zindagi_ki  आख़िर में कुछ नहीं बचा और 092 हमारे पास ख़ुद के अलावा... talash_zindagi_ki - ShareChat

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