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#rahat indori shayari
rahat indori shayari - ये शहर वो है जहाँ राक्षस भी हैं राहत, हर इक तराशे हुए बुत को देवता न कहो.!! ~डॉ राहत इंदौरी साहब रिंदी उर्दूसारित्य मिज़ाज POETRY ये शहर वो है जहाँ राक्षस भी हैं राहत, हर इक तराशे हुए बुत को देवता न कहो.!! ~डॉ राहत इंदौरी साहब रिंदी उर्दूसारित्य मिज़ाज POETRY - ShareChat

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