ShareChat
click to see wallet page
#सत_भक्ति_संदेश
सत_भक्ति_संदेश - कबीर, योग ( भक्ति) के अंग पाँच हैं, संयम मनन एकान्त| विषय त्याग नाम रटन, होये मोक्ष निश्चिन्त 7 भावार्थ -=  पहलु हैं। भक्ति के चार आवश्यक संयम यानि प्रत्येक कार्य में संयम बरतना चाहिए। 01 धन संग्रह करने में, बोलने में, खाने पीने में॰ संयम रखे यनि 02 भक्त को कम बेलना चहिए, विष्य विकारों का त्यग करना चहिए। परमात्मा का भजन तथा परमात्सा ळी गणी प्रवच्नों का मनन करना अनिगर्य है। 03' ऐसे साधना तथा मर्यदा णलन करने से मोक्ष निश्चित प्रप्त होता है। 04  Satlok Ashram Betul @Satlok-Ashram-Betul SoflokBeful - कबीर, योग ( भक्ति) के अंग पाँच हैं, संयम मनन एकान्त| विषय त्याग नाम रटन, होये मोक्ष निश्चिन्त 7 भावार्थ -=  पहलु हैं। भक्ति के चार आवश्यक संयम यानि प्रत्येक कार्य में संयम बरतना चाहिए। 01 धन संग्रह करने में, बोलने में, खाने पीने में॰ संयम रखे यनि 02 भक्त को कम बेलना चहिए, विष्य विकारों का त्यग करना चहिए। परमात्मा का भजन तथा परमात्सा ळी गणी प्रवच्नों का मनन करना अनिगर्य है। 03' ऐसे साधना तथा मर्यदा णलन करने से मोक्ष निश्चित प्रप्त होता है। 04  Satlok Ashram Betul @Satlok-Ashram-Betul SoflokBeful - - ShareChat

More like this