ShareChat
click to see wallet page
#📒 मेरी डायरी #✍️ अनसुनी शायरी #📚कविता-कहानी संग्रह #✍️ साहित्य एवं शायरी #📃लाइफ कोट्स ✒️
📒 मेरी डायरी - मैं ख़ूब ' वाक़िफ हूं बैदले हु। [alic T7020 ` लहज़े से साहब, सह जाना कह जाने से ualka अब बेहतर लगता है, मैं ख़ूब ' वाक़िफ हूं बैदले हु। [alic T7020 ` लहज़े से साहब, सह जाना कह जाने से ualka अब बेहतर लगता है, - ShareChat

More like this