ShareChat
click to see wallet page
#Jay Mahakal
Jay Mahakal - शुभ प्रभात मित्रों जब तक पंखा चलता रहता है, उस पर कोई ध्यान नहीं देता लेकिन जैसे ही वह बंद होता है, सबकी नज़रें उसी पर टिक जाती हैं। E ठीक वैसे ही, जब ए सबकुछ * १ एक इंसान सबके लि লিব ठीक वैसे एक इंसान जब करता रहता है॰ तब तक कोई उस पर ध्यान नहीं देता लेकिन जैसे ही वह सबकुछ करना बंद कर देता है, लोग यह कहने लगते हैं कि वह बदल गया है। E राम रामजी शुभ प्रभात मित्रों जब तक पंखा चलता रहता है, उस पर कोई ध्यान नहीं देता लेकिन जैसे ही वह बंद होता है, सबकी नज़रें उसी पर टिक जाती हैं। E ठीक वैसे ही, जब ए सबकुछ * १ एक इंसान सबके लि লিব ठीक वैसे एक इंसान जब करता रहता है॰ तब तक कोई उस पर ध्यान नहीं देता लेकिन जैसे ही वह सबकुछ करना बंद कर देता है, लोग यह कहने लगते हैं कि वह बदल गया है। E राम रामजी - ShareChat

More like this