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*🌳🦚आज की कहानी🦚🌳* *💐💐खाटू श्यामजी का जन्मोत्सव: भक्ति और बलिदान की कथा💐💐* बहुत समय पहले, महाभारत के युद्ध के दिनों में, *घटोत्कच का पुत्र “बार्बरीक”* था। वह अत्यंत वीर, पराक्रमी और भगवान श्रीकृष्ण का अनन्य भक्त था। बार्बरीक को तीन बाण और एक धनुष प्राप्त थे — जिनसे वह तीनों लोकों को भी जीत सकता था। उसके बाण इतने शक्तिशाली थे कि एक बाण सभी शत्रुओं को निशान लगा देता, दूसरा सबको समाप्त कर देता और तीसरा फिर वापस आ जाता। जब महाभारत का युद्ध आरंभ होने वाला था, बार्बरीक भी यह देखने के लिए उत्साहित हुआ कि कौन सा पक्ष धर्म का है — पांडव या कौरव। उसने प्रण लिया था कि वह *“जिस पक्ष को कमजोर पाएगा, उसी का साथ देगा।”* श्रीकृष्ण यह सुनकर चिंतित हुए। उन्होंने एक ब्राह्मण का रूप धारण कर बार्बरीक के पास पहुँचे और पूछा — वत्स! यदि तुम युद्ध में उतरोगे तो किसका साथ दोगे?” बार्बरीक ने मुस्कुराते हुए कहा — भगवान, मैं तो कमजोर पक्ष का साथ दूँगा।” कृष्ण समझ गए कि यदि ऐसा हुआ, तो वह हर पल पक्ष बदलता रहेगा और युद्ध कभी समाप्त नहीं होगा। तब उन्होंने उससे कहा — यदि तुम्हें युद्ध में भाग लेना है, तो पहले मुझे एक दान देना होगा — अपना शीश।” बार्बरीक तुरंत तैयार हो गया। बिना किसी संदेह के, उसने मुस्कराते हुए अपना सिर भगवान कृष्ण को समर्पित कर दिया। श्रीकृष्ण ने प्रसन्न होकर कहा — वत्स! तेरा यह बलिदान सदा अमर रहेगा। कलियुग में तू *श्याम नाम* से पूजित होगा। जो तेरा नाम लेगा, उसकी मनोकामनाएँ पूर्ण होंगी।” उन्होंने कहा —राजस्थान के खाटू गाँव में तेरा शीश स्थापित होगा, और वहाँ तेरा जन्मोत्सव प्रतिवर्ष भव्य रूप में मनाया जाएगा।” समय बीता… कलियुग आया। एक दिन खाटू गाँव में एक चरवाहे के कुएँ से दिव्य प्रकाश निकला। जब कुआँ खुदवाया गया तो वहाँ से एक अद्भुत शीश निकला। गाँव के राजा रूपसिंह चौहान को स्वप्न में भगवान ने दर्शन दिए —मेरा यह शीश खाटू में स्थापित करो।” राजा ने वैसा ही किया। उस दिन फाल्गुन शुक्ल द्वादशी थी — *यही दिन खाटू श्यामजी का जन्मदिन* माना जाता है। हर वर्ष इसी दिन लाखों भक्त खाटू नगरी में एकत्र होकर श्याम बाबा का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाते हैं। भजन, कीर्तन, और *जय श्री श्याम* के जयकारों से पूरा वातावरण गूंज उठता है। भक्तों का विश्वास है कि — जो सच्चे मन से श्याम का नाम लेता है, उसकी झोली कभी खाली नहीं रहती।” श्याम बाबा सिखाते हैं — “सच्ची भक्ति वही है, जिसमें त्याग और प्रेम दोनों हो।” *💐💐 निकिता की आख़िरी मुस्कान💐💐* https://youtube.com/@satyendra084ya?si=a3BTrjTgaj444Fjv *एक सच्ची कहानी जो हर दिल को झकझोर देगी | दहेज का ज़हर कैसे फैलता है💔* *पूरी कहानी जरूर सुनें* #✈Last travel memories😎 #😍खूबसूरत पर्यटन स्थल🏝 #🚗🧗🏻भारत भ्रमण व सफर प्रेमी🚂⛰ #🚘नया दिन नया व्लॉग🧳 #🎥व्लॉगस आपके लिए🔥
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