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#✍️ अनसुनी शायरी #✍️ साहित्य एवं शायरी
✍️ अनसुनी शायरी - उड़ने दो मिट्टी को कहाँ तक उड़ेगी छुटेगा तो ज़मीन पर आ गिरेगी। हवा का साथ उड़ने दो मिट्टी को कहाँ तक उड़ेगी छुटेगा तो ज़मीन पर आ गिरेगी। हवा का साथ - ShareChat

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