🔥 शिवलिंग — क्यों पूजा की जाती है? 🕉️ शिवलिंग एक अनिकॉनिक प्रतीक (lingam) है जो शैव परम्परा में शिव के निराकार, सार्वभौमिक स्वरूप का बाह्य चिह्न माना जाता है; यह योनि के साथ मिलकर सृष्टि के निर्माण-पुनरावर्तन और पुरुष-प्रकृति के मेल का दार्शनिक संदेश देता है। तर्क/साइंस से देखें तो अभिषेक (जल/दूध/घी आदि) केवल रीतिवाद नहीं—यह क्रमिक जल-बहाव मानसिक एकाग्रता और भावनात्मक शुद्धि पैदा कर दृढ़ अनुशासन और सामूहिक श्रद्धा को जन्म देता है, तथा कुछ व्याख्याएँ व्यवहारिक रूप से निरन्तर जल के संपर्क से प्राकृतिक पाषाण सतहों के ताप और संरक्षण पर भी असर होने की बात उठाती हैं; ऐतिहासिक तौर पर 'phallic' व्याख्याएँ कभी हुईं पर आधुनिक शोध एवं पारम्परिक पाठ लिंगम को 'निराकार ब्रह्म' का चिन्ह भी बताते हैं। अद्भुत तथ्य — हिमालय की अमरनाथ गुफा में बनता बर्फ का शिवलिंग सालाना लाखों भक्तों को आकर्षित करता है; और जैसा कहा गया है, “the lingam is regarded as the 'outward symbol' of the 'formless Reality'” — यही वह बिंदु है जहाँ धर्म, दर्शन और तर्क मिलकर श्रद्धा को अर्थ देते हैं। #शिवलिंग #Shiva #अभिषेक #धर्म #ScienceWithFaith 🙏🔱❄️
@गर्ल की ठुकाई @पापा की परी
@पूजा @पति खुश कर देता है क्या भाभी . @💞प्यार सिर्फ लड़कियों के लिए है मेरा💞 #शिवलिंग की पूजा क्यों की जाती है #बम - बम भोले #बुद्ध #पारंपारिक कथा #हरतालिका तीज व्रत कथा

