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#शुभ मुहूर्त #पूजन विधि
शुभ मुहूर्त - 6 % @ 19-10-25 नरक चतुर्दशी रविवार पक्ष की चतुर्दशी के दिन नरक चतुर्दशी मनाई  के कृष्ण " कार्तिक माह जाती है, इस दिन मुख्य रूप से भगवान कृष्ण, यमराज और हनुमान जी की पूजा ` की जाती है। नरक पर यमराज के निमित्त दीपदान चतुर्दशी और प्रार्थना करने से नरक के भय से मुक्ति मिलती है। कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के दिन नरक चतुर्दशी मनाई जाती है, इस दिन मृत्यु के देवता यमराज और हनुमान जी की पूजा की जाती है। इसे रूप चौदस, छोटी दिवाली, नरक निवारण चतुर्दशी और काली चौदस के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि इस दिन प्रातःकाल स्नान करने और सायंकाल यमराज के नाम से दीपदान करने से अकाल मृत्यु का भय समाप्त होता है और व्यक्ति को दीर्घायु, अच्छे स्वास्थ्य, सुख ्समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि ११ अक्टूबर को दोपहर ०१ कार्तिक माह मिनट पर शुरू हो रही है, जो २० अक्टूबर को दोपहर ०३ बजकर ५१ बजकर ४४ मिनट पर समाप्त होगी। इस वर्ष अभ्यंग स्नान २० अक्टूबर को सूर्योदय से पहले किया जायेगा एवं यम दीपक ११ और २० अक्टूबर दोनों ही दिन भी जलाया जा सकता है। 6 % @ 19-10-25 नरक चतुर्दशी रविवार पक्ष की चतुर्दशी के दिन नरक चतुर्दशी मनाई  के कृष्ण " कार्तिक माह जाती है, इस दिन मुख्य रूप से भगवान कृष्ण, यमराज और हनुमान जी की पूजा ` की जाती है। नरक पर यमराज के निमित्त दीपदान चतुर्दशी और प्रार्थना करने से नरक के भय से मुक्ति मिलती है। कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के दिन नरक चतुर्दशी मनाई जाती है, इस दिन मृत्यु के देवता यमराज और हनुमान जी की पूजा की जाती है। इसे रूप चौदस, छोटी दिवाली, नरक निवारण चतुर्दशी और काली चौदस के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि इस दिन प्रातःकाल स्नान करने और सायंकाल यमराज के नाम से दीपदान करने से अकाल मृत्यु का भय समाप्त होता है और व्यक्ति को दीर्घायु, अच्छे स्वास्थ्य, सुख ्समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि ११ अक्टूबर को दोपहर ०१ कार्तिक माह मिनट पर शुरू हो रही है, जो २० अक्टूबर को दोपहर ०३ बजकर ५१ बजकर ४४ मिनट पर समाप्त होगी। इस वर्ष अभ्यंग स्नान २० अक्टूबर को सूर्योदय से पहले किया जायेगा एवं यम दीपक ११ और २० अक्टूबर दोनों ही दिन भी जलाया जा सकता है। - ShareChat

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