* मित्रो अब तो कालचक्र पलट चुका है,,,!..*
* मित्रो नोट बंदी की खुदाई शुरू की तो समझ आया कि ये काले धन से कहीं बड़ी लड़ाई है..*
* उसी समय अमेरिका में ट्रम्प उभर रहा था..*
* जो टैरिफ की बात करता था..*
* ग्लोबल सप्लाई चेन पर वार करना चाहता था..*
* फिर समझ आया कि वेस्ट एशिया में लड़ाई असल में डॉलर के वर्चस्व की लड़ाई है..*
* यूरो युआन रूस और ब्रिक्स की चालें देखीं..*
* तो समझ आया कि अमेरिका की छटपटाहट असली है..*
* फिर इलुमिनाती, IMF, वर्ल्ड बैंक सोने की भूमिका, पेट्रो डॉलर और भारत का गिरवी रखा सोना तक जाते जाते समझ आया..*
* कि पूरी वैश्विक व्यवस्था शिफ्ट हो रही है..*
* और भारत उसके केंद्र में आ रहा है..*
* मोदी क्यों UPI लाये..*
* क्यों डिजिटल इंडिया स्किल इंडिया, मेक इन इंडिया शुरू किया..*
* क्यों 4G क्रांति लाई गई..*
* क्यों DBT और GST जरूरी था..*
* अब समझ में आता है..*
* ये सब *
* “डिजिटल टैरिफ वार”*
* से पहले देश को खड़ा करने की एक तैयारी थी..*
* 2014 में भारत की स्थिति भयानक थी..*
* फ्रेजाइल 5 में गिने जाने वाला देश..*
* बैंकों के दिवालिया होने की नौबत..*
* विदेशी कर्ज का बोझ..*
* फर्जी आंकड़ों से जनता को गुमराह करने की नौबत आ गई थी..*
* मोदी को श्वेतपत्र लाने की सलाह दी गई थी..*
* लेकिन उन्होंने चुना सुधारों का रास्ता..*
* अघोषित दिवालिया से देश को उबारा गया..*
* 2014 से 2019 तक का काल..*
* पूरी तरह इकोनॉमिक स्टैबिलिटी के लिए समर्पित रहा..*
* नोटबन्दी, GST, RERA, इंसोल्वेंसी, आधार, लीकेज रोकना, बेनामी संपत्ति पर वार, UPI, मोबाइल सस्ता, इंटरनेट क्रांति, फ्रीबिज को वेलफेयर स्कीम में तब्दील करना..*
* ये सब एक प्लान का हिस्सा था..*
* न कि कोई जुगाड़..*
* विपक्ष को लगता था..*
* कि मोदी का आना तुक्का है..*
* लेकिन 2019 में जब मोदी फिर आए..*
* तो विपक्ष सन्न रह गया..*
* फिर मोदी ने 370 हटाया..*
* राम मंदिर का फैसला आया..*
* CAA आया..*
* NRC की तैयारी शुरू हो गई..*
* लेकिन फिर CCP और ग्लोबल लॉबी एक्टिव हो गई..*
* दिल्ली दंगे शाहीन बाग कोरोना अमेरिका में BLM *
* सब “प्रयोग” की तरह हुए..*
* ट्रम्प को हटाने का "प्रयोग" अमेरिका में सफल हुआ..*
* वहीं भारत में भी मोदी को हटाने का “प्रयोग” शुरू हुआ..*
* ट्रम्प के दौरे से पहले, "दिल्ली दंगे"..*
* कोरोना का आतंक..*
* वैक्सीन लॉबी..*
* विदेशी मीडिया का प्रोपेगेंडा..*
* किसान आंदोलन और*
* सुप्रीम कोर्ट का "स्टे गेम"*
* कृषि कानून को रोकना पड़ा..*
* लेकिन साजिश समझ में आ चुकी थी..*
* अब लड़ाई *
* "इकोनॉमिक नेशनलिज्म" बनाम *
* "ग्लोबल टूलकिट" की है..*
* इस बीच ट्रम्प को भी “सिस्टम” ने हरा दिया..*
* सीआईए, USAID, सोरोस, क्लिंटन गिरोह सब एक्टिव थे..*
* ट्रम्प ने हार नहीं मानी..*
* लेकिन रबर स्टैम्प बनने से बच नहीं सके..*
* मोदी ने भी देखा..*
* कि भारत में भी यही “सिस्टम” सक्रिय है..*
* रवीश कुमार, वामपंथी, NDTV से लेकर अर्बन नक्सल और टूलकिट गैंग तक..*
* अब मोदी ने तीसरी बार आने की रणनीति तैयार की..*
* वक्फ बोर्ड अवैध मदरसे तमिलनाडु केरल जैसे भाषा व क्षेत्रवाद पर खेलने वालों पर वार शुरू हुआ..*
* जनगणना, NRC, डिलिमिटेशन, वक्फ कानून संशोधन..*
* ये सब 2026 तक की योजना का हिस्सा है..*
* उधर अमेरिका में ट्रम्प की वापसी की तैयारी थी..*
* और इधर मोदी तीसरी बार लौटे हैं..*
* अब डॉलर का खेल कमजोर हो चुका है..*
* खाड़ी देशों ने पेट्रोडॉलर से पीछे हटना शुरू किया है..*
* चीन फंस चुका है..*
* रूस से युद्ध ने यूरोप की कमर तोड़ दी है..*
* मोदी का *
* “आपदा में अवसर” *
* वाला मंत्र अब रंग ला रहा है..*
* जब दुनिया मंदी की भविष्य वाणी कर रही है..*
* भारत तेज़ी से बढ़ रहा है..*
* आत्म निर्भर भारत लोकल मैन्युफैक्चरिंग सप्लाई चेन का शिफ्ट..*
* ये सब अब भारत को फल दे रहे हैं..*
* अमेरिका अब खुद कह रहा है..*
* कि उसे दुनिया का चौधरी नहीं बनना..*
* अपना तेल बेचना है..*
* अपने लोगों को रोजगार देना है..*
* और जितना काम अपने देश में हो सके..*
* उतना लाना है..*
*इसे ही *
* “रिवर्स ग्लोब लाइजेशन”*
* कहा जा रहा है..*
* और अब असली टैरिफ आने वाला है..*
* तेरे देश के लोग *
* मेरे देश में काम करेंगे..*
* तो....*
* मेरे भी तेरे देश में..*
* तेरे स्टूडेंट्स टूरिस्ट बिजनेस..*
* सब बराबरी के आधार पर होंगे..*
* यही 21 वीं सदी का भारत इकोनॉमिक मॉडल बनने जा रहा है..*
* भारत इस सबके लिए तैयार है..*
* क्योंकि मोदी ने पिछले एक दशक में नींव मजबूत की है..*
* टेक, फाइनेंस रणनीति और आत्म विश्वास के साथ..*
* अब 2026 तक सारे पेंडिंग काम होंगे..*
* NRC, डिलिमिटेशन जनसंख्या नियंत्रण मदरसा सुधार एजुकेशन बिल यूनिफॉर्म सिविल कोड..*
* सिर्फ विपक्ष नहीं..*
* सिस्टम में बैठे गद्दारों को भी, अब झटका लगने वाला है..*
* मोदी मूर्ख नहीं था...*
* उसने पहले ही देख लिया था..*
* कि 21वीं सदी तो भारत की सदी है..*
* लेकिन इसके लिए खुद को बदलना होगा..*
* खड़ा करना होगा..*
* और लड़ना होगा..*
* अब ये "कालचक्र" पलट चुका है..*
* अगली सदी हमारी ही होगी..*
* और ये तो बस शुरुआत है....!*
* राष्ट्रहित ही सर्वोपरि..*
* भारत माता की जय हो..*
* वंदे मातरम जय हिंद..* #प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी