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#कर्म का फल #😎मोटिवेशनल गुरु🤘 #👍 सफलता के मंत्र ✔️
कर्म का फल - चरण स्पर्श करना करवाना एक बहुत अच्छा गुण है, लेकिन वेद पुराण के कथन हैं कि ईश्वर की आराधना करने वाले व्यक्ति को नाम जापक को नित्य यही प्रयास चाहिए कि वो किसी से अपने चरण स्पर्श न करना करवाए, और अगर कोई उसको नमस्कार प्रणाम करे तो उसको अगर कर सकता है तो प्रत्यक्ष नमस्कार प्रणाम कर दे नहीं तो मन से नमस्कार प्रणाम कर ले, इसका बहुत गूढ़ कारण है उस पर यहां चर्चा नहीं, धर्म गुरु और सिद्ध महात्मा से भी वैसे आप किसी इसकी जानकारी ले सकते हैं वो विस्तार से इसका कारण बता देंगे, जीवन का परम उद्देश्य है कि जीवन से कैसे भी करके अहंकार को पूर्ण रूप से खत्म किया जाए, यह वैसे   कठिन तो बहुत है लेकिन असम्भव नहीं है, अहंकार खत्म होने से मन पवित्र हो जाता है, और मन को ही पवित्र करना है चरण स्पर्श करना करवाना एक बहुत अच्छा गुण है, लेकिन वेद पुराण के कथन हैं कि ईश्वर की आराधना करने वाले व्यक्ति को नाम जापक को नित्य यही प्रयास चाहिए कि वो किसी से अपने चरण स्पर्श न करना करवाए, और अगर कोई उसको नमस्कार प्रणाम करे तो उसको अगर कर सकता है तो प्रत्यक्ष नमस्कार प्रणाम कर दे नहीं तो मन से नमस्कार प्रणाम कर ले, इसका बहुत गूढ़ कारण है उस पर यहां चर्चा नहीं, धर्म गुरु और सिद्ध महात्मा से भी वैसे आप किसी इसकी जानकारी ले सकते हैं वो विस्तार से इसका कारण बता देंगे, जीवन का परम उद्देश्य है कि जीवन से कैसे भी करके अहंकार को पूर्ण रूप से खत्म किया जाए, यह वैसे   कठिन तो बहुत है लेकिन असम्भव नहीं है, अहंकार खत्म होने से मन पवित्र हो जाता है, और मन को ही पवित्र करना है - ShareChat

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