गरीब, सौ करोड़ रानी जहां, पुत्र न हुआ एक!
भाग्य बिना क्यों पाइए, पूर्णब्रह्म अलेख!!
भाग्य बिन मनचाहा पुत्र तक नहीं मिलता, पूर्णब्रह्म कबीर जी का मिलना अति दूर्लभ है।
बहुत पुण्यकर्मी आत्माएँ हैं वों जिन्हें कलियुग में कबीर भगवान मिल गए।
#SatKabirVachan
#santramaplji
#sat saheb ji
