ShareChat
click to see wallet page
#प्रकृति का उपहार
प्रकृति का उपहार - समय का सदगरू समय का सद्गुरु केवल उन्हीं को मिलते हैं - जो संतुष्ट होना चाहते हैं। जो इस जीवन को सफल बनाना चाहते हैं। जब सद्गुरु मान्यताओं और विचारों का बोझ उतार कर- सच्चाई की तरफ जाने का इशारा करते हैं तो क्या होता है ? होती है और आश्चर्य होता है | तो सभी को खुशी  रखते हैं कि- सद्गुरु शिष्य के सामने .चुनौती  वह अपनी ज्ञान की यात्रा स्वयं करें। और सबसे सुंदर बात- साथ में यह भरोसा भी देते हैं कि- इस यात्रा में जब भी तुम्हें मेरी जरूरत होगी मैं मौजूद रहूंगा। प्रेम रावत समय का सदगरू समय का सद्गुरु केवल उन्हीं को मिलते हैं - जो संतुष्ट होना चाहते हैं। जो इस जीवन को सफल बनाना चाहते हैं। जब सद्गुरु मान्यताओं और विचारों का बोझ उतार कर- सच्चाई की तरफ जाने का इशारा करते हैं तो क्या होता है ? होती है और आश्चर्य होता है | तो सभी को खुशी  रखते हैं कि- सद्गुरु शिष्य के सामने .चुनौती  वह अपनी ज्ञान की यात्रा स्वयं करें। और सबसे सुंदर बात- साथ में यह भरोसा भी देते हैं कि- इस यात्रा में जब भी तुम्हें मेरी जरूरत होगी मैं मौजूद रहूंगा। प्रेम रावत - ShareChat

More like this