❤️ अनोखी और रवि: प्रेम का अद्भुत सफर
हिमालय की गोद में बसे 'शांतिवन' नामक गाँव की बात है, जहाँ चारों ओर देवदार के ऊँचे वृक्ष और कल-कल बहती नदियाँ थीं। अनोखी, नाम की तरह ही अनोखी थी। उसकी आँखें सुबह की ओस जैसी निर्मल थीं और मुस्कान ऐसी, जैसे चाँदनी धरती पर उतर आई हो। वह घंटों बैठकर फूलों से बातें करती और झरनों की धुन सुनती थी।
रवि , एक यात्री, जो शहर की भीड़भाड़ से दूर सच्चे सुकून की तलाश में था, पहली बार शांतिवन पहुँचा। जैसे ही उसने घाटी में कदम रखा, उसे महसूस हुआ जैसे प्रकृति ने प्रेम का जाल बुन रखा हो।
🍃🏵️🌳🌸🌱🌿 क्रमश:2 #📒 मेरी डायरी #मेरी कहानी 📘🖊️

