ShareChat
click to see wallet page
पेरियार के क्रांतिकारी विचार: सामाजिक न्याय और तर्कवाद #धर्म ,पाखंड और नास्तिकता #तर्क़ #स्टेटस
धर्म ,पाखंड और नास्तिकता - তন্স 17 মিননয 1879 पेरियार की मुख्य वचन "भगवान नहीं है। जो भगवान को बनाता है वह मूर्ख है; जो उसका प्रचार करता है वह धूर्त है; और जो उसकी पूजा करता है वह जंगली है।" "यदि भगवान हमारी गिरावट का कारण है, तो उस भगवान को नष्ट कर दो। यदि धर्म है, तो उसे नष्ट कर दो। यदि मनु स्मृति, गीता या कोई पुराण है, तो उन्हें राख कर दो।" उनकी गरीबी दूर "गरीबों के लिए सिस्टम बनाकर करनी चाहिए। यहां भोजन देकर गरीबी नहीं मिटेगी।" "विदेशी ग्रहों पर संदेश भेज रहे हैं। हम ब्राह्मणों के 4#1` पूर्वजों को चावल और अनाज भेज माध्यम रहे हैं। क्या यह बुद्धिमानी है?" "महिलाओं के साथ पुरुषों का व्यवहार जमींदारों के नौकरों या उच्च जातियों के निम्न जातियों से भी बदतर है।" তন্স 17 মিননয 1879 पेरियार की मुख्य वचन "भगवान नहीं है। जो भगवान को बनाता है वह मूर्ख है; जो उसका प्रचार करता है वह धूर्त है; और जो उसकी पूजा करता है वह जंगली है।" "यदि भगवान हमारी गिरावट का कारण है, तो उस भगवान को नष्ट कर दो। यदि धर्म है, तो उसे नष्ट कर दो। यदि मनु स्मृति, गीता या कोई पुराण है, तो उन्हें राख कर दो।" उनकी गरीबी दूर "गरीबों के लिए सिस्टम बनाकर करनी चाहिए। यहां भोजन देकर गरीबी नहीं मिटेगी।" "विदेशी ग्रहों पर संदेश भेज रहे हैं। हम ब्राह्मणों के 4#1` पूर्वजों को चावल और अनाज भेज माध्यम रहे हैं। क्या यह बुद्धिमानी है?" "महिलाओं के साथ पुरुषों का व्यवहार जमींदारों के नौकरों या उच्च जातियों के निम्न जातियों से भी बदतर है।" - ShareChat

More like this