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आपका दिन शुभ हो । #❤️Love You ज़िंदगी ❤️
❤️Love You ज़िंदगी ❤️ - भौतिक जगत की वास्तविकता को समझने के लिए इसे पढ़ना एक अच्छा तरीका हो सकता है। कुछ लोग इसकी सीमाओं को समझे बिना ही इसे सार्वभौमिक मान लेते हैं करते हैं। लेकिन जिन्हें इसकी सच्ची अनुभूति और कुतर्क होती है, वे ही हमें वास्तविकता की सच्ची जानकारी दे सकते हैं। उसे अपने भीतर समेट लेता है। स्वापी निवेकानन्द दववाणी - I अगान सागवाा 'जिस प्रकार मकड़ी अपने भीतर से ही जाल का विस्तार करती है, और फिर स्वयं उसे अपने भीतर समेट लेती है, उसी प्रकार ईश्वर इस जगत्प्रपंच का विस्तार करता है॰और फिरउसे अपने भौतिक जगत की वास्तविकता को समझने के लिए इसे पढ़ना एक अच्छा तरीका हो सकता है। कुछ लोग इसकी सीमाओं को समझे बिना ही इसे सार्वभौमिक मान लेते हैं करते हैं। लेकिन जिन्हें इसकी सच्ची अनुभूति और कुतर्क होती है, वे ही हमें वास्तविकता की सच्ची जानकारी दे सकते हैं। उसे अपने भीतर समेट लेता है। स्वापी निवेकानन्द दववाणी - I अगान सागवाा 'जिस प्रकार मकड़ी अपने भीतर से ही जाल का विस्तार करती है, और फिर स्वयं उसे अपने भीतर समेट लेती है, उसी प्रकार ईश्वर इस जगत्प्रपंच का विस्तार करता है॰और फिरउसे अपने - ShareChat

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