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#✍️ अनसुनी शायरी
✍️ अनसुनी शायरी - [Reolity of [ife कोईक्या लगाएगा मेरे बर्दाश्त करने का अंदाजा मैंने मर जाने जैसा वक्त भी जी के गुजारा है.. ! 100 unowwritor > [Reolity of [ife कोईक्या लगाएगा मेरे बर्दाश्त करने का अंदाजा मैंने मर जाने जैसा वक्त भी जी के गुजारा है.. ! 100 unowwritor > - ShareChat

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