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शरद नवरात्रि स्कन्दा माता पहाड़ों पर रहकर सांसारिक जीवों में नवचेतना का निर्माण करने वालीं स्कंदमाता। नवरात्रि में पांचवें दिन इस देवी की पूजा-अर्चना की जाती है। कहते हैं कि इनकी कृपा से मूढ़ भी ज्ञानी हो जाता है। स्कंद कुमार कार्तिकेय की माता के कारण इन्हें स्कंदमाता नाम से अभिहित किया गया है। इनके विग्रह में भगवान स्कंद बालरूप में इनकी गोद में विराजित हैं।शास्त्रों में मां स्कंदमाता की आराधना का काफी महत्व बताया गया है। इनकी उपासना से भक्त की सारी इच्छाएं पूरी हो जाती हैं। भक्त को मोक्ष मिलता है, सूर्यमंडल की अधिष्ठात्री देवी होने के कारण इनका उपासक अलौकिक तेज और कांतिमय हो जाता है। ऐस में मन को एकाग्र रखकर और पवित्र रखकर इस देवी की आराधना करने वाले साधक या भक्त को भवसागर पार करने में कठिनाई नहीं आती है। इसके अलावा स्कंदमाता की कृपा से संतान के इच्छुक दंपत्ति को संतान सुख प्राप्त हो सकता है। माँ स्कंदमाता की उपासना से भक्त की समस्त इच्छाएँ पूर्ण हो जाती हैं। सूर्यमंडल की अधिष्ठात्री देवी होने के कारण इनका उपासक अलौकिक तेज एवं कांति से संपन्न हो जाता है। एक अलौकिक प्रभामंडल अदृश्य भाव से सदैव उसके चतुर्दिक्‌ परिव्याप्त रहता है। यह प्रभामंडल प्रतिक्षण उसके योगक्षेम का निर्वहन करता रहता है। #शुभ कामनाएँ 🙏
शुभ कामनाएँ 🙏 - 27/09/2025 शनिवार @ जय எa1 गह्वींक्लीं स्वमिन्यै नमकषा যা ঐরবী सिंहासनगता नित्यं पद्याश्रितकरद्वया। शुथदास्तु सदा देवी स्कंदमाता यशस्विनी | सर्वभूतेषु माँआदिशक्तिदेवी मां स्कंदरुपेण के पांचवे स्वरूप संस्थिता ! ச नमस्तस्यै रकंदमाता नमस्तस्यै के पूजन दिवस के अवसर पर opedey सभी देशवाशियों को हार्दिक बधाई एवं नमोा नमः ४! থুসকাবনাই ঘ !! Mfationa [s 3n App Motvational 27/09/2025 शनिवार @ जय எa1 गह्वींक्लीं स्वमिन्यै नमकषा যা ঐরবী सिंहासनगता नित्यं पद्याश्रितकरद्वया। शुथदास्तु सदा देवी स्कंदमाता यशस्विनी | सर्वभूतेषु माँआदिशक्तिदेवी मां स्कंदरुपेण के पांचवे स्वरूप संस्थिता ! ச नमस्तस्यै रकंदमाता नमस्तस्यै के पूजन दिवस के अवसर पर opedey सभी देशवाशियों को हार्दिक बधाई एवं नमोा नमः ४! থুসকাবনাই ঘ !! Mfationa [s 3n App Motvational - ShareChat

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