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#✒ गुलज़ार की शायरी 🖤 #✌️शुक्रवार शायरी✍️ #🎙️मशहूर शायरों की शायरी✍️ #✍️ साहित्य एवं शायरी #👍स्पेशल शायरी🖋
✒ गुलज़ार की शायरी 🖤 - हँसकर जीना दस्तूर है ज़िंदगी का, एक यही किस्सा मशहूर है ज़िंदगी का, बीते हुए पल कभी लौट कर नहीं आते, यही सबसे बड़ा कसूर है ज़़िंदगी का। @uohabbat_ceation हँसकर जीना दस्तूर है ज़िंदगी का, एक यही किस्सा मशहूर है ज़िंदगी का, बीते हुए पल कभी लौट कर नहीं आते, यही सबसे बड़ा कसूर है ज़़िंदगी का। @uohabbat_ceation - ShareChat

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