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#sachi baat
sachi baat - जुमा का दिन गुनाहों की मुआफ़ी का दिन रसूलुल्लाह ४j ने फ़रमायाः 3ತ್ಥಾ अच्छी तरह से दिन ग़ुस्ल करे ८जो शख्स जुमा के पाकी हासिल करे और तेल इस्तेमाल करे या घर मेंँ जो ख़ुशबू मुयस्सर हो इस्तेमाल करे , फिर नमाज़ जुमा के लिए निकले और मस्जिद मेँ पहुंच कर दो आदमियों के दरमियान ना घुसे , फ़िर जितनी हो सके नफ़िल नमाज़ पढ़े और जब इमाम ख़ुत्बा शुरू करे तो ख़ामोशी से सुनता रहे तो उसके इस जुमा से लेकर दूसरे जुमा तक सारे गुनाह मुआफ़ कर दिए जाते हैं। " ناخ ملاعرورس (सहीह बुखारी 8८३) Sarwar Aalam Khan जुमा का दिन गुनाहों की मुआफ़ी का दिन रसूलुल्लाह ४j ने फ़रमायाः 3ತ್ಥಾ अच्छी तरह से दिन ग़ुस्ल करे ८जो शख्स जुमा के पाकी हासिल करे और तेल इस्तेमाल करे या घर मेंँ जो ख़ुशबू मुयस्सर हो इस्तेमाल करे , फिर नमाज़ जुमा के लिए निकले और मस्जिद मेँ पहुंच कर दो आदमियों के दरमियान ना घुसे , फ़िर जितनी हो सके नफ़िल नमाज़ पढ़े और जब इमाम ख़ुत्बा शुरू करे तो ख़ामोशी से सुनता रहे तो उसके इस जुमा से लेकर दूसरे जुमा तक सारे गुनाह मुआफ़ कर दिए जाते हैं। " ناخ ملاعرورس (सहीह बुखारी 8८३) Sarwar Aalam Khan - ShareChat

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