🪞पाखंडी का सच — दिखावे की दुनिया में असलियत की कमी: जो ज़बान पर धर्म, नैतिकता या सिद्धांत गाते हैं पर दिल और कर्मों में वही सिद्धांत न हो, उसे पाखंडी कहिए — यह सिर्फ निंदक शब्द नहीं, मनोविज्ञान में इसे cognitive dissonance और सामाजिक संकेत (social signaling) से समझा जा सकता है; जब लोग प्रशंसा या लाभ के लिए धर्म या नैतिकता दिखाते हैं तो वो व्यवहारिक विरोधाभास पैदा करते हैं, और विज्ञान बताता है कि विरोधाभास खत्म करने के लिए अक्सर या तो व्यवहार बदलता है या आस्था घटती है — धर्म में सही वह है जो आंतरिक सच्चाई, करुणा और कर्तव्य से मेल खाती हो; गलत वह है जो नाम-निशान के लिए हो, या दूसरों को नीचा दिखाने/धोखा देने हेतु हो। एक संक्षिप्त सच: "वास्तविक धर्म कर्मों से पहचाना जाता है, शब्दों से नहीं" — सोचें, तर्क करें, और अपने आचरण को विकसित रखें। ✨📖🔍 #पाखंडी #Hypocrisy #सत्यमेवजयते #CognitiveDissonance #ईमानदारी @पाहाडी भाई @सुधांशु पांडे @योगेश पांडे @मुकेश कुमार पांडे @पत्रकार पूजा पांडे #पाखंडी #झूठा धार्मिक ढोंगी पाखंडी भगाओ हिंदुत्व बचाओ #पाखंडी दुनिया से दूर रहना #पाखंडी बाबा #पाखंडी शाह और मोदी

