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#Shayari
Shayari - मुझसे मेरे गुनाहों का ऐ ख़ुदा हिसाब ना मांग [ मेरी तक़दीर लिखने में कलम तेरी ही चली है. मुझसे मेरे गुनाहों का ऐ ख़ुदा हिसाब ना मांग [ मेरी तक़दीर लिखने में कलम तेरी ही चली है. - ShareChat

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