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##kabirisgod #🌸 सत्य वचन #🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #🙏गुरु महिमा😇 #❤️जीवन की सीख अग्ने : तनु : असि । विष्णवे त्वा सोमस्य तनु : असि । परमात्मा सशरीर है यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 1 - अग्नेः तनुः असि। जिसका अर्थ है - परमेश्वर तेजोमय शरीर युक्त है। विष्णवे त्वा सोमस्य तनुः असि। अर्थ है - सर्व का पालन करने के लिए उस अविनाशी परमात्मा का शरीर है। - संत रामपाल जी महाराज
#kabirisgod - अग्ने : तनु : असति।   सोमस्य तनु : असि।  विष्णवे त्वा परमसत्शरीर है यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 1 - अग्नेः तनुः असि। जिसका अर्थ है - परमेश्वर तेजोमय शरीर युक्त है। विष्णवे त्वा सोमस्य तनुः असि। अर्थ है - सर्व का करने के लिए उस अविनाशी पालन परमात्मा का शरीर हे। संत रामपाल जी महाराज Satlok Ashram Indore  @Sollok_Ashrom_Indore @SatlokIndore अग्ने : तनु : असति।   सोमस्य तनु : असि।  विष्णवे त्वा परमसत्शरीर है यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 1 - अग्नेः तनुः असि। जिसका अर्थ है - परमेश्वर तेजोमय शरीर युक्त है। विष्णवे त्वा सोमस्य तनुः असि। अर्थ है - सर्व का करने के लिए उस अविनाशी पालन परमात्मा का शरीर हे। संत रामपाल जी महाराज Satlok Ashram Indore  @Sollok_Ashrom_Indore @SatlokIndore - ShareChat

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