ShareChat
click to see wallet page
#शुबिचार
शुबिचार - रेल की खिड़की में बैठ के हर दफा ये महसूस हुआ , जो जिनना ज़्यादा करीब थावो उतना तेज़ी से दूर हुआ . रेल की खिड़की में बैठ के हर दफा ये महसूस हुआ , जो जिनना ज़्यादा करीब थावो उतना तेज़ी से दूर हुआ . - ShareChat

More like this