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#भगवद गीता के सभी श्लोक #श्रीमद भगवद गीता उपदेश 🙏🙏 ##भगवद गीता🙏🕉️ #भगवद गीता #🚩🔯श्रीमद भगवद गीता🔯🚩
भगवद गीता के सभी श्लोक - श्रीमद्भगवद् गीता अध्याय 2 न त्वेवाहं जातु नासं न त्वं नेमे जनाधिपाः न चैव न भविष्यामः सर्वे वयमतः परम् I। न तो ऐसा ही है कि मैँ किसी कालमें नहीं था, था अथवा ये राजालोग नहीं थे और न तू नहीं ऐसा ही है कि इससे आगे हम सब नहीं रहेँगे II १२ II देहिनोउस्मिन्यथा देहे कौमारं यौवनं जरा। gaf देहान्तरप्राप्तिर्धीरस्तत्र T ন जैसे जीवात्माकी इस देहमें बालकपन, जवानी और वृद्धावस्था होती है, वैसे ही अन्य शरीरकी प्राप्ति होती है ; उस विषयमें धीर पुरुष मोहित नहीं होता II १३ Il मात्रास्पर्शास्तु कौन्तेय शीतोष्णसुखदुःखदाः  आगमापायिनोउनित्यास्तांस्तितिक्षस्व भारत I। हे कुन्तीपुत्र ! सर्दी-गर्मी और सुख-दुःखको देनेवाले इन्द्रिय और विषयोँके संयोग तो उत्पत्ति- विनाशशील और अनित्य हैँ, इसलिये हे भारत ! उनको तू सहन करII १४Il पुरुषर्षभ।  व्यथयन्त्येते ٤ ٤ ٦ पुरुषं समदुःखसुखं धीरं सोउमृतत्वाय कल्पते I। क्योंकि हे  पुरुषश्रेष्ठ ! दुःख-सुखको মসান समझनेवाले जिस धीर ये इन्द्रिय और पुरुषको मोक्षके विषयोँके संयोग व्याकुल नहीं करते, वह योग्य होता है Il १५ Il गीता प्रेस , गोरखपुर से साभार श्रीमद्भगवद् गीता अध्याय 2 न त्वेवाहं जातु नासं न त्वं नेमे जनाधिपाः न चैव न भविष्यामः सर्वे वयमतः परम् I। न तो ऐसा ही है कि मैँ किसी कालमें नहीं था, था अथवा ये राजालोग नहीं थे और न तू नहीं ऐसा ही है कि इससे आगे हम सब नहीं रहेँगे II १२ II देहिनोउस्मिन्यथा देहे कौमारं यौवनं जरा। gaf देहान्तरप्राप्तिर्धीरस्तत्र T ন जैसे जीवात्माकी इस देहमें बालकपन, जवानी और वृद्धावस्था होती है, वैसे ही अन्य शरीरकी प्राप्ति होती है ; उस विषयमें धीर पुरुष मोहित नहीं होता II १३ Il मात्रास्पर्शास्तु कौन्तेय शीतोष्णसुखदुःखदाः  आगमापायिनोउनित्यास्तांस्तितिक्षस्व भारत I। हे कुन्तीपुत्र ! सर्दी-गर्मी और सुख-दुःखको देनेवाले इन्द्रिय और विषयोँके संयोग तो उत्पत्ति- विनाशशील और अनित्य हैँ, इसलिये हे भारत ! उनको तू सहन करII १४Il पुरुषर्षभ।  व्यथयन्त्येते ٤ ٤ ٦ पुरुषं समदुःखसुखं धीरं सोउमृतत्वाय कल्पते I। क्योंकि हे  पुरुषश्रेष्ठ ! दुःख-सुखको মসান समझनेवाले जिस धीर ये इन्द्रिय और पुरुषको मोक्षके विषयोँके संयोग व्याकुल नहीं करते, वह योग्य होता है Il १५ Il गीता प्रेस , गोरखपुर से साभार - ShareChat

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