ShareChat
click to see wallet page
#✒ गुलज़ार की शायरी 🖤 #Gulzar ki shyari #🎙️मशहूर शायरों की शायरी✍️ #🎤 महफिल ए शायरी
✒ गुलज़ार की शायरी 🖤 - TIMESNOW नवभारत নই ততী যা নী कुछ बदला नहीं रात भी आई थी चांद भी था हां मगर.. -गुलजार TIMESNOW नवभारत নই ততী যা নী कुछ बदला नहीं रात भी आई थी चांद भी था हां मगर.. -गुलजार - ShareChat

More like this