ShareChat
click to see wallet page
#🌠ओशो☘️
🌠ओशो☘️ - रचयिता 66 जो प्रेम में है उसे किसी व्रत की आवश्यकता नहीं होती प्रेम स्वयं ही व्रत है ओशो रचयिता I रचयिता 66 जो प्रेम में है उसे किसी व्रत की आवश्यकता नहीं होती प्रेम स्वयं ही व्रत है ओशो रचयिता I - ShareChat

More like this