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#🎤 महफिल ए शायरी #💔 दर्द-ए-दिल #🙁 धोखा #💧 आंसू #💔अधुरी मोहबत💔
🎤 महफिल ए शायरी - हो रही थी शादी उसकी, वो नज़रें झुकाए बैठी थी मुस्कान थी उसके चेहरे पर शायद वो सब कुछ भुलाए बैठी थी। boy ziddi AK हो रही थी शादी उसकी, वो नज़रें झुकाए बैठी थी मुस्कान थी उसके चेहरे पर शायद वो सब कुछ भुलाए बैठी थी। boy ziddi AK - ShareChat

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