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#आरती
आरती - भजन ऊँचा है भवन, ऊँचा मंदिर, ऊँची है शान मैया तेरी | चरणों में झुके बादल भी तेरे, पर्वत पे लागे शैया तेरी | हे कालरात्रि हे कल्याणी , तेरा जोड़ धरा पर कोई नहीं | मेरी माँ के बराबर कोई नहीं , मेरी माँ के बराबर कोई नहीं | तेरी ममता से जो गहरा हो, ऐसा तो सागर कोई नहीं 1 मेरी माँ के बराबर कोई नहीं , मेरी माँ के बराबर कोई नहीं | जैसे फूल जैसे धारा और नदियां, और बगिया मेरे इतने ज़्यादा पास है तू| जब ना होगा तेरा आँचल , नैना मेरे होंगे जलन्थल जायेंगे कहाँ फिर मेरे आंसू | दुःख दूर हुआ मेरा सारा, अंधियारों में चमका तारा नाम तेरा जब भी है पुकारा | सूरज भी यहाँ है चंदा भी, तेरे जैसा उजागर कोई नहीं | मेरी माँ के बराबर कोई नहीं , मेरी माँ के बराबर कोई नहीं | हे कालरात्रि हे कल्याणी , तेरा जोड़ धरा पर कोई नहीं | मेरी माँ के बराबर कोई नहीं , मेरी माँ के बराबर कोई नहीं | तेरे मंदिरों में माई, मैंने जोत क्या जलाई हा गया मेरे घर में उजाला | क्या बताऊँ तेरी माया, जब कभी मैं लड़खड़ाया से संभाला तूने १० भुजाओं खिल जाती है सुखी डाली, भर जाती है झोली खाली तेरी ही मेहर है मेहरावाली | ममता से तेरी बढ़के मैया , मेरी तो धरोहर कोई नहीं | मेरी माँ के बराबर कोई नहीं, मेरी माँ के बराबर कोई नहीं | हे कालरात्रि हे कल्याणी , तेरा जोड़ धरा पर कोई नहीं | मेरी माँ के बराबर कोई नहीं, मेरी माँ के बराबर कोई नहीं | भजन ऊँचा है भवन, ऊँचा मंदिर, ऊँची है शान मैया तेरी | चरणों में झुके बादल भी तेरे, पर्वत पे लागे शैया तेरी | हे कालरात्रि हे कल्याणी , तेरा जोड़ धरा पर कोई नहीं | मेरी माँ के बराबर कोई नहीं , मेरी माँ के बराबर कोई नहीं | तेरी ममता से जो गहरा हो, ऐसा तो सागर कोई नहीं 1 मेरी माँ के बराबर कोई नहीं , मेरी माँ के बराबर कोई नहीं | जैसे फूल जैसे धारा और नदियां, और बगिया मेरे इतने ज़्यादा पास है तू| जब ना होगा तेरा आँचल , नैना मेरे होंगे जलन्थल जायेंगे कहाँ फिर मेरे आंसू | दुःख दूर हुआ मेरा सारा, अंधियारों में चमका तारा नाम तेरा जब भी है पुकारा | सूरज भी यहाँ है चंदा भी, तेरे जैसा उजागर कोई नहीं | मेरी माँ के बराबर कोई नहीं , मेरी माँ के बराबर कोई नहीं | हे कालरात्रि हे कल्याणी , तेरा जोड़ धरा पर कोई नहीं | मेरी माँ के बराबर कोई नहीं , मेरी माँ के बराबर कोई नहीं | तेरे मंदिरों में माई, मैंने जोत क्या जलाई हा गया मेरे घर में उजाला | क्या बताऊँ तेरी माया, जब कभी मैं लड़खड़ाया से संभाला तूने १० भुजाओं खिल जाती है सुखी डाली, भर जाती है झोली खाली तेरी ही मेहर है मेहरावाली | ममता से तेरी बढ़के मैया , मेरी तो धरोहर कोई नहीं | मेरी माँ के बराबर कोई नहीं, मेरी माँ के बराबर कोई नहीं | हे कालरात्रि हे कल्याणी , तेरा जोड़ धरा पर कोई नहीं | मेरी माँ के बराबर कोई नहीं, मेरी माँ के बराबर कोई नहीं | - ShareChat

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