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#shero shayari #❤️Love You ज़िंदगी ❤️ #😘रोमांटिक सॉन्ग #💝 शायराना इश्क़
shero shayari - Ig वो तो कब का जा चुका है हमको छोड़कर, मगर उसके लौट आने की अभी भी हसरत पाले हुए हैं। चकनाचूर कर दिया है उसने दिल को तोड़कर, मगर टूटे हुए दिल के हर टुकड़े को हम संभाले हुए हैं। उसे नया यार मिला है नया प्यार मिला है, पहले निकाले हुए हैं। हम तो उसके दिल से मुद्दतों जिन लोगों की थी हमने हमेशा इज़्ज़त , वही लोग हमारी इज़्ज़त को हवा में उछाले हुए हैं। नहीं होता अब कोई उजाला हमारे घर में, काले हुए उदासियों और मायूसियों के साये इतने 81 दिन गुजरता है बेबसी में और रात बेकली में, इतनी पी उसकी याद में शराब कि खाली सारे प्याले हुए हैं। कभी तो आयेगी उसे याद मोहब्बत हमारी , देखो, हम अपने आप को कितने बड़े भ्रम में डाले हुए हैं। मुफलिस न पा सके उसे मोहब्बत के दम से, हम क्योंकि इस दौर में दौलत के गुलाम सारे हुस्न वाले हुए हैं। मौत आकर रोज़ देती है दस्तक दरवाज़े पे, मगर उसकी एक झलक की ख्वाहिश में मौत को टाले हुए हैं। विजेन्द्र रहबर Quotes Creator Ig वो तो कब का जा चुका है हमको छोड़कर, मगर उसके लौट आने की अभी भी हसरत पाले हुए हैं। चकनाचूर कर दिया है उसने दिल को तोड़कर, मगर टूटे हुए दिल के हर टुकड़े को हम संभाले हुए हैं। उसे नया यार मिला है नया प्यार मिला है, पहले निकाले हुए हैं। हम तो उसके दिल से मुद्दतों जिन लोगों की थी हमने हमेशा इज़्ज़त , वही लोग हमारी इज़्ज़त को हवा में उछाले हुए हैं। नहीं होता अब कोई उजाला हमारे घर में, काले हुए उदासियों और मायूसियों के साये इतने 81 दिन गुजरता है बेबसी में और रात बेकली में, इतनी पी उसकी याद में शराब कि खाली सारे प्याले हुए हैं। कभी तो आयेगी उसे याद मोहब्बत हमारी , देखो, हम अपने आप को कितने बड़े भ्रम में डाले हुए हैं। मुफलिस न पा सके उसे मोहब्बत के दम से, हम क्योंकि इस दौर में दौलत के गुलाम सारे हुस्न वाले हुए हैं। मौत आकर रोज़ देती है दस्तक दरवाज़े पे, मगर उसकी एक झलक की ख्वाहिश में मौत को टाले हुए हैं। विजेन्द्र रहबर Quotes Creator - ShareChat

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