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#आज का मंत्र
आज का मंत्र - "आज का मंत्र" सक्रिदेव प्रपन्नय तवस्मिति च याचते। अभयं सर्वभूतेभ्यो ददमयेतद् व्रतं मम II भावार्थः अर्थात "जो प्राणी और जीवन मेरे पास है और कहता है कि वह मेरा है, मैं उसे सुरक्षा देता हूं, यही मेरा व्रत रहता है। यह उन सभी लोगों के लिए राम का आशीर्वाद है जो उन पर पूरा भरोसा करते हैं।" (बाल्मिकि रामायण) सुशी "आज का मंत्र" सक्रिदेव प्रपन्नय तवस्मिति च याचते। अभयं सर्वभूतेभ्यो ददमयेतद् व्रतं मम II भावार्थः अर्थात "जो प्राणी और जीवन मेरे पास है और कहता है कि वह मेरा है, मैं उसे सुरक्षा देता हूं, यही मेरा व्रत रहता है। यह उन सभी लोगों के लिए राम का आशीर्वाद है जो उन पर पूरा भरोसा करते हैं।" (बाल्मिकि रामायण) सुशी - ShareChat

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