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विरार चंदनसार तांदूळ बाजार क्षेत्र में नशे में धुत दो युवकों ने फैलाई दहशत, खुद को बताया विरार पुलिस के थ्री-स्टार अफसरों का बेटा विरार (पालघर), 17 नवंबर 2025 – विरार पूर्व के चंदनसार तांदूळ बाजार इलाके में कल सुबह करीब 4 बजे एक चौंकाने वाली घटना घटी, जब दो नशे में धुत युवक क्षेत्र में घूम-घूमकर लोगों को डराने और पीछा करने लगे। इन युवकों ने खुद को विरार पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ थ्री-स्टार रैंक के अधिकारियों का बेटा बताते हुए सार्वजनिक रूप से धौंस जमाई, जिससे इलाके में दहशत का माहौल बन गया। यह घटना स्थानीय निवासियों के लिए एक डरावना अनुभव साबित हुई, और अब पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। घटना का विस्तृत विवरण घटना कल, 16 नवंबर 2025 को सुबह 4:00 बजे की है। चंदनसार तांदूळ बाजार, जो विरार पूर्व का एक व्यस्त क्षेत्र है, रात के समय अपेक्षाकृत शांत रहता है, लेकिन देर रात ड्यूटी वाले कुछ लोग बाहर निकलते हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दो युवक (उम्र लगभग 25-30 वर्ष) पूरी तरह शराब के नशे में थे। वे लड़खड़ाते हुए चल रहे थे, जोर-जोर से चिल्ला रहे थे और राहगीरों को गालियां दे रहे थे। आरोपियों का व्यवहार: युवकों ने कई लोगों का पीछा किया, उन्हें डराया-धमकाया और बार-बार कहा, "हमारे पापा विरार थाने के थ्री-स्टार अफसर हैं। तुम कुछ नहीं कर सकते, लेकिन हम तुम्हें ठिकाने लगा देंगे।" रात के अंधेरे से घर जा रहे लोगों को धमका रहे थे। प्रभावित लोग:  एक स्थानीय निवासी ने बताया, "वे इतने नशे में थे कि कुछ भी कर सकते थे। हमने तुरंत पुलिस को फोन किया।" स्थान की विशेषता: चंदनसार तांदूळ बाजार विरार का एक प्रमुख क्षेत्र है, जहां चावल और अन्य अनाज की थोक बिक्री होती है। यह क्षेत्र रात में कम रोशनी वाला होता है, जो ऐसी घटनाओं को बढ़ावा देता है। पुलिस की प्रतिक्रिया सूचना मिलते ही विरार पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक दोनों युवक फरार हो चुके थे। पुलिस ने इलाके के CCTV फुटेज की जांच शुरू कर दी है और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। विरार पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने कहा, "यह मामला गंभीर है। अगर आरोपियों का पुलिस से कोई संबंध साबित हुआ तो आंतरिक जांच होगी, लेकिन प्रारंभिक जानकारी से लगता है कि यह झूठा दावा हो सकता है। हम जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार करेंगे।" विस्तृत विश्लेषण: सामाजिक, कानूनी और प्रशासनिक पहलू यह घटना महाराष्ट्र में बढ़ते नशे और पुलिस के नाम के दुरुपयोग की समस्या को उजागर करती है। आइए इसे विस्तार से समझें: नशे की समस्या और सार्वजनिक सुरक्षा: महाराष्ट्र में शराबबंदी नहीं है, लेकिन सार्वजनिक स्थान पर नशा करना और उपद्रव मचाना गैरकानूनी है। हाल के महीनों में विरार जैसे उपनगरीय क्षेत्रों में नशे से जुड़ी घटनाएं बढ़ी हैं। उदाहरण के लिए, अक्टूबर 2025 में सूरत (गुजरात) में एक समान घटना घटी थी, जहां एक व्यापारी के बेटे ने शराब पार्टी के दौरान पुलिस पर हमला किया। वहां भी आरोपी ने अपनी 'पहुंच' का दावा किया था। विरार में यह घटना बताती है कि नशा न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, बल्कि सार्वजनिक शांति को भी भंग करता है। विश्लेषण: ऐसे मामलों में युवा वर्ग अक्सर 'प्रभावशाली' पृष्ठभूमि का दावा करके बचने की कोशिश करता है। इससे समाज में असमानता की भावना बढ़ती है। पुलिस के नाम का दुरुपयोग: थ्री-स्टार रैंक आमतौर पर डिप्टी कमिश्नर या समकक्ष स्तर के अधिकारी को संदर्भित करता है। अगर आरोप सही हैं, तो यह पुलिस विभाग की छवि पर सवाल उठाता है। लेकिन अधिकांश मामलों में ऐसे दावे झूठे साबित होते हैं। विरार पुलिस स्टेशन, जो पालघर जिले का हिस्सा है, पहले भी ऐसी शिकायतों से जूझ चुका है। कानूनी पहलू: भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 506 (आपराधिक धमकी), धारा 509 (महिलाओं/लोगों का अपमान), और महाराष्ट्र मद्य निषेध अधिनियम की धारा 85 (सार्वजनिक नशा) के तहत आरोप लग सकते हैं। अगर पुलिस अधिकारी का नाम दुरुपयोग साबित हुआ, तो IPC 170/171 (सरकारी कर्मचारी होने का झूठा दावा) भी लागू हो सकती है। सजा: 2-7 वर्ष तक की कैद और जुर्माना। क्षेत्रीय संदर्भ और रोकथाम के उपाय: विरार एक तेजी से विकसित होने वाला क्षेत्र है, जहां मुंबई से आने वाले प्रवासी बढ़ रहे हैं। चंदनसार तांडूल बाजार जैसे इलाकों में रात की गश्त कम होने से अपराध बढ़ते हैं। स्थानीय निवासियों की शिकायत है कि CCTV कैमरे अपर्याप्त हैं और पुलिस रिस्पॉन्स टाइम 15-20 मिनट का होता है। सुझाव: पुलिस को रात 12 बजे से सुबह 6 बजे तक गश्त बढ़ानी चाहिए। साथ ही, नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाए जाएं। समान घटनाओं से सीखते हुए (जैसे सूरत मामला), विरार पुलिस को VIP संस्कृति पर अंकुश लगाना चाहिए। सामाजिक प्रभाव: यह घटना महिलाओं और बुजुर्गों के लिए विशेष रूप से चिंताजनक है, क्योंकि स्टॉकिंग (पीछा करना) एक गंभीर अपराध है। POSCO या अन्य कानूनों के तहत अगर नाबालिग प्रभावित हुए तो मामला और गंभीर हो सकता है। समाज में 'पावर' का दुरुपयोग युवाओं को गलत रास्ते पर ले जाता है। निष्कर्ष और अपील यह घटना एक चेतावनी है कि कानून सबके लिए समान है। विरार पुलिस से अपील है कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए और मामले की निष्पक्ष जांच हो। स्थानीय निवासी सतर्क रहें और ऐसी घटनाओं की रिपोर्ट तुरंत करें। अगर आपके पास कोई जानकारी है, तो 100 या 112 पर संपर्क करें। #news #news
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