*आत्मा का प्रकाश तब प्रकट होता है जब मन इच्छाओं के कोलाहल से मुक्त होकर मौन में स्थिर हो जाता है।*
🪷 *ॐ देवी स्कन्दमातायै नमः* 🪷
सिंहासनगता नित्यं पद्माश्रितकरद्वया।
शुभदास्तु सदा देवी स्कंदमाता यशस्विनी॥
नमामि स्कन्दमाता स्कन्दधारिणीम्।
समग्रतत्वसागररमपारपार गहराम्॥
🪷🪷 *शुभ शुक्रवार* 🪷🪷 #❤️Love You ज़िंदगी ❤️
