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#love shayri
love shayri - ٍ तुम न आए तोक्या सहर न हाँ मगर चैन से बसर न मेरा नाला सुना ज़माने तुम हा जिसे ख़़बर न हुई एक मिरज़ी ग़ालिब ٍ तुम न आए तोक्या सहर न हाँ मगर चैन से बसर न मेरा नाला सुना ज़माने तुम हा जिसे ख़़बर न हुई एक मिरज़ी ग़ालिब - ShareChat

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