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#श्रीमद भगवद गीता उपदेश 🙏🙏 #भगवद गीता सार #🙏गीता ज्ञान🛕 #🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #🙏गुरु महिमा😇
श्रीमद भगवद गीता उपदेश 🙏🙏 - शुभाशुभफलैरेवं मोक्ष्य से कर्मबंधनैः వగరవేనI सन्न्यासयागमक्तात्मा िमक्ता इस प्रकार जिसमे समॅस्त कर्म मुझँ भगवानँ के अर्पण होते हैं- एसे संन्यासयोग सयुक्त चित्तवाला शुभशुभ फलरूप कर्मेबंधन से मुक्तहो जाएगा और उनर्से मुक्त होकर मुझको ही प्राप्त हगा। ||28|| व्याख्याः इस श्लोक में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को बताया है कि जो व्यक्ति कर्मों किशुभ और अशुभ फलों से ऊपर उठ जाता है और से मुक्त  कर्मबंधन हाेजाता ह वह संन्यास और योग के माध्यम् से आत्मा को शुद्रकरता हऐसव्यक्तिकी ओत्मा परी तरहसे मोक्ष प्राप्त करॅलिती है और भगवान श्रीकृष्ण के पास पहुँचती বানি यह श्लोक कर्मफल के बंधनों सि मुक्ति की बात करता है। यहां पर भगवान श्रीकृष्ण यह स्पष्ट करॅ रहेहैकि कर्म करनेके बाद मिलने चाले शुभ और अशुभ फल सेनजुड़ना , और अपने कर्मों का फल भगवान का अपित करना , आत्मा को स्वतंत्रता और मोक्ष प्राप्त करने की दिशा मे एक महत्वपूर्ण कदम है। योग और संन्यास के माध्यम सेजब आत्मा पवित्र और निष्कलंक हा जती है तब वह परमात्मा क साथ मिल जती हा यहरश्लोक हमे कर्मोंकफल कोलेकर चितित न हान और भगवान क प्रति समर्पण की शिक्षा देता हा शुभाशुभफलैरेवं मोक्ष्य से कर्मबंधनैः వగరవేనI सन्न्यासयागमक्तात्मा िमक्ता इस प्रकार जिसमे समॅस्त कर्म मुझँ भगवानँ के अर्पण होते हैं- एसे संन्यासयोग सयुक्त चित्तवाला शुभशुभ फलरूप कर्मेबंधन से मुक्तहो जाएगा और उनर्से मुक्त होकर मुझको ही प्राप्त हगा। ||28|| व्याख्याः इस श्लोक में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को बताया है कि जो व्यक्ति कर्मों किशुभ और अशुभ फलों से ऊपर उठ जाता है और से मुक्त  कर्मबंधन हाेजाता ह वह संन्यास और योग के माध्यम् से आत्मा को शुद्रकरता हऐसव्यक्तिकी ओत्मा परी तरहसे मोक्ष प्राप्त करॅलिती है और भगवान श्रीकृष्ण के पास पहुँचती বানি यह श्लोक कर्मफल के बंधनों सि मुक्ति की बात करता है। यहां पर भगवान श्रीकृष्ण यह स्पष्ट करॅ रहेहैकि कर्म करनेके बाद मिलने चाले शुभ और अशुभ फल सेनजुड़ना , और अपने कर्मों का फल भगवान का अपित करना , आत्मा को स्वतंत्रता और मोक्ष प्राप्त करने की दिशा मे एक महत्वपूर्ण कदम है। योग और संन्यास के माध्यम सेजब आत्मा पवित्र और निष्कलंक हा जती है तब वह परमात्मा क साथ मिल जती हा यहरश्लोक हमे कर्मोंकफल कोलेकर चितित न हान और भगवान क प्रति समर्पण की शिक्षा देता हा - ShareChat

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