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#दिल के अल्फाज़
दिल के अल्फाज़ - दिल की हसरतों को.. दिल में ही दफ़न कर चुके हैं, कुछ फर्ज निभाने की खातिर हम... ख़्वाबों को अलविदा कह चुके हैं, तमाम ग़मों के बावजूद.. हम मुस्कुराना सीख चुके हैं, अब खामोशियाँ नहीं चुभती  अकेलेपन से हम दोस्ती कर चुके हैं।। @JAVED NIDAWALI..786 दिल की हसरतों को.. दिल में ही दफ़न कर चुके हैं, कुछ फर्ज निभाने की खातिर हम... ख़्वाबों को अलविदा कह चुके हैं, तमाम ग़मों के बावजूद.. हम मुस्कुराना सीख चुके हैं, अब खामोशियाँ नहीं चुभती  अकेलेपन से हम दोस्ती कर चुके हैं।। @JAVED NIDAWALI..786 - ShareChat

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