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#law #👨‍🎓करियर टिप्स👩‍💻 #📚प्रतियोगी परीक्षा विशेष🏆 #🚨UPSC Exams📚 #✍🏻भारतीय संविधान📕
law - फैसलेहिंदी या अंग्रेजी मेंदें ट्रायल कोर्ट, दोनों में नहीं ' हाईकोर्ट नेजताईमिश्रित हाईकोर्ट से निर्णयों पर कड़ी आपत्ति एकफैसलेकी कॉपी सीजे নিখি  মনাননানা| प्रयागराज कोभेजने कानिर्देशदिया इलाहाबादहाईकोर्टनेएकआदेशमें कहा हैकिट्रायलकोर्टफैसलेयाहिंदी मेंलिखें कथनजैसेउद्धरण अपनीमूल भाषामेंदिए या पूरी तरह अंग्रेजी में।दोनों भाषाओं को बगैर जा सकते हैं बशर्ते उनका अनुवाद भीदियाजाए। हाईकोर्टने२०२१कोदहेज  मिलाकर लिखा निर्णय स्वीकार्य नहों है। हत्यामें आरोपीपतिकोदोषमुक्तकरनेका " कोर्टनेआगरा को सत्र न्यायालयकेएक फैसलेकोइसकासर्वोत्तमउदाहरणबताते निर्णय सही ठहराते हुए कहा कि॰ अभियोजन दहेज की मांग से जुड़ी क्रूरता " चीफजस्टिस राज्यकेन्यायिक हुएकॉपी  अधिकारियोंको भेजनेकानिर्देशदिया।  साबित नहों कर सका | ब्याहता को मृत्यु सात वर्ष में अप्राकृतिक ( एल्यूमिनियम  हाईकोर्ट नेपायाकिफैसला ५४ पन्नोंका था, जिसमें ६३ पैराग्राफ अंग्रेजी और १२५ फॉस्फाइडविषाक्तता ) से हुईथो लेकिन  गवाहोंकेबयानविरोधाभासोथेऔरमृत्यु  हिंदी में और ११ पैराग्राफ दोनों भाषाओंके सेपूर्वकोईक्रूरतासिद्धनहींहुई ।रिकॉर्डसे  मिश्रण थे।इससे साधारण हिंदी भाषी यह भी सामने आया कि पति ने पत्नी को व्यक्तिफैसलासमझनहींसकता ।कोर्टने कहाकिनिर्णयएकही भाषामेंलिखाजाना  अस्पतालपहुंचाया, बिल भरे और अंतिम  चाहिए हालांकि सुप्रीम कोर्ट हाईकोर्ट के संस्कार किया, जो उसके सद्भावपूर्ण  अंग्रेजी अंशया हिँदी मेंदर्ज मृत्युकालिक  आचरणको दर्शाताहै।  फैसलेहिंदी या अंग्रेजी मेंदें ट्रायल कोर्ट, दोनों में नहीं ' हाईकोर्ट नेजताईमिश्रित हाईकोर्ट से निर्णयों पर कड़ी आपत्ति एकफैसलेकी कॉपी सीजे নিখি  মনাননানা| प्रयागराज कोभेजने कानिर्देशदिया इलाहाबादहाईकोर्टनेएकआदेशमें कहा हैकिट्रायलकोर्टफैसलेयाहिंदी मेंलिखें कथनजैसेउद्धरण अपनीमूल भाषामेंदिए या पूरी तरह अंग्रेजी में।दोनों भाषाओं को बगैर जा सकते हैं बशर्ते उनका अनुवाद भीदियाजाए। हाईकोर्टने२०२१कोदहेज  मिलाकर लिखा निर्णय स्वीकार्य नहों है। हत्यामें आरोपीपतिकोदोषमुक्तकरनेका " कोर्टनेआगरा को सत्र न्यायालयकेएक फैसलेकोइसकासर्वोत्तमउदाहरणबताते निर्णय सही ठहराते हुए कहा कि॰ अभियोजन दहेज की मांग से जुड़ी क्रूरता " चीफजस्टिस राज्यकेन्यायिक हुएकॉपी  अधिकारियोंको भेजनेकानिर्देशदिया।  साबित नहों कर सका | ब्याहता को मृत्यु सात वर्ष में अप्राकृतिक ( एल्यूमिनियम  हाईकोर्ट नेपायाकिफैसला ५४ पन्नोंका था, जिसमें ६३ पैराग्राफ अंग्रेजी और १२५ फॉस्फाइडविषाक्तता ) से हुईथो लेकिन  गवाहोंकेबयानविरोधाभासोथेऔरमृत्यु  हिंदी में और ११ पैराग्राफ दोनों भाषाओंके सेपूर्वकोईक्रूरतासिद्धनहींहुई ।रिकॉर्डसे  मिश्रण थे।इससे साधारण हिंदी भाषी यह भी सामने आया कि पति ने पत्नी को व्यक्तिफैसलासमझनहींसकता ।कोर्टने कहाकिनिर्णयएकही भाषामेंलिखाजाना  अस्पतालपहुंचाया, बिल भरे और अंतिम  चाहिए हालांकि सुप्रीम कोर्ट हाईकोर्ट के संस्कार किया, जो उसके सद्भावपूर्ण  अंग्रेजी अंशया हिँदी मेंदर्ज मृत्युकालिक  आचरणको दर्शाताहै। - ShareChat

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