ShareChat
click to see wallet page
#kabir #🙏गीता ज्ञान🛕 #🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #🙏कर्म क्या है❓ #🙏माँ लक्ष्मी महामंत्र🌺
kabir - SA NEWS राजस्थान सच जा आप जानना चाहृते हं EPaper कवीरहाणी 3 कबीर, बिन, &&46| राजा ऋषभ होय | मिट्टी लदे कुम्हार के, घास न नीरै कोए। । भावार्थः भगवान की भक्ति न करने से राजा गधे का शरीर प्राप्त करता है। कुम्हार के घर पर मिट्टी ढोता है , घास स्वयं जंगल मे खाकर आता है। SA NEWS राजस्थान सच जा आप जानना चाहृते हं EPaper कवीरहाणी 3 कबीर, बिन, &&46| राजा ऋषभ होय | मिट्टी लदे कुम्हार के, घास न नीरै कोए। । भावार्थः भगवान की भक्ति न करने से राजा गधे का शरीर प्राप्त करता है। कुम्हार के घर पर मिट्टी ढोता है , घास स्वयं जंगल मे खाकर आता है। - ShareChat

More like this