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#jeevan ki sachai
jeevan ki sachai - बचपन में जिन हाथों ने संभाला, अब उनके कांपते हाथों को थाम लीजिए. "क्योंकि थकना अब उनका हक़ है, और थामना. अब हमारी ज़िम्मेदारी।" बचपन में जिन हाथों ने संभाला, अब उनके कांपते हाथों को थाम लीजिए. "क्योंकि थकना अब उनका हक़ है, और थामना. अब हमारी ज़िम्मेदारी।" - ShareChat

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