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PstudioOrai - बिहाग राग .fed बिलावल आरोह में अल्प तीव्र म IC स्वर ०जाति : ओढव=्संपूर्ण ५/७  "ಫಾನಾ : 31 1೯ ? 8 संवादी निषाद (न) ॰वादी गंधार (ग) ०साम्प्रकृति रागः यमन कल्याण  रात्रि का प्रथम प्रहर ०समय " आरोह-.नि सा ग म' प नि सां। अवरोह- सां नि ध प, म' प ग म॰ ग रे सा। p_studio_orai पकड पम' ग सा। ম য,২ विशेषता {గాగె में तीव्र म विवादी स्वर है, बिहाग राग अब इसका पयोग बहुत बढ़ गया है। आरोह में रे ध स्वर वर्ज्य हैं और अवरोह में अल्प जैसे- नि धप और ग रेसा। मन्द्र नि से राग की चलन शुरू की जाती है। यह का राग नहीं है। ठुमरी इसमें बड़ा ख्याल, छोटा ख्याल व मसीतखानी रजाखानी गतें गाई बजाई जाती हैं। चलन तीनों सप्तकों में अच्छी శ a तरह होती है। बिहाग राग .fed बिलावल आरोह में अल्प तीव्र म IC स्वर ०जाति : ओढव=्संपूर्ण ५/७  "ಫಾನಾ : 31 1೯ ? 8 संवादी निषाद (न) ॰वादी गंधार (ग) ०साम्प्रकृति रागः यमन कल्याण  रात्रि का प्रथम प्रहर ०समय आरोह-.नि सा ग म' प नि सां। अवरोह- सां नि ध प, म' प ग म॰ ग रे सा। p_studio_orai पकड पम' ग सा। ম য,২ विशेषता {గాగె में तीव्र म विवादी स्वर है, बिहाग राग अब इसका पयोग बहुत बढ़ गया है। आरोह में रे ध स्वर वर्ज्य हैं और अवरोह में अल्प जैसे- नि धप और ग रेसा। मन्द्र नि से राग की चलन शुरू की जाती है। यह का राग नहीं है। ठुमरी इसमें बड़ा ख्याल, छोटा ख्याल व मसीतखानी रजाखानी गतें गाई बजाई जाती हैं। चलन तीनों सप्तकों में अच्छी శ a तरह होती है। - ShareChat

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