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#✍️ साहित्य एवं शायरी #📝 अधूरे अल्फाज़ #📓 हिंदी साहित्य #✍मेरे पसंदीदा लेखक #✍️ अनसुनी शायरी
✍️ साहित्य एवं शायरी - होने की तो छोड़िये. लोग गुफ़्तगू से रूबरू भी क़तराने लगे हैं. गुरूर ओढ़े हैं रिश्ते , अपनी हैसियत पर इतराने लगे हैं. XX होने की तो छोड़िये. लोग गुफ़्तगू से रूबरू भी क़तराने लगे हैं. गुरूर ओढ़े हैं रिश्ते , अपनी हैसियत पर इतराने लगे हैं. XX - ShareChat

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