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लगाव था इसलिए आगे बढ़ गए तुम प्रेम होता तो इंतज़ार करते तुम.. लगाव था इसलिए संभाल गए तुम, प्रेम होता तो बिखर जाते तुम... लगाव था इसलिए अपने सम्मान की परवाह करते थे तुम, प्रेम होता तो आत्म सम्मान खोना क्या होता है जानते तुम... लगाव था इसलिए आँसू से रूबरू नहीं थे तुम, प्रेम होता तो आँसू के दोस्त होते तुम... और लगाव तो हर किसी से हो जाता है... कभी प्रेम करोगे तो प्रेम समझोगे भी तुम...!! #Kajal Sharma shero shayari #🙏जय माता दी📿 #Happy 😊 Lifi 🤗🤗😇 💞
Kajal Sharma shero shayari - लगाव था इसलिए आगे बढ गए तुम प्रेम होता तो इंतज़ार करते तुम.. लगाव था इसलिए संभाल गए तुम, प्रेम होता तो बिखर जाते तुम... लगाव था इसलिए अपने सम्मान की परवाह करते थे तुम, प्रेम होता तो आत्म सम्मान खोना क्या होता है जानते तुम... लगाव था इसलिए आँसू से रूबरू नहीं थे तुम, प्रेम होता तो आँसू के दोस्त होते तुम... और लगाव तो हर किसी से हो जाता है.. कभी प्रेम करोगे तो प्रेम समझोगे भी तुम... ! ! लगाव था इसलिए आगे बढ गए तुम प्रेम होता तो इंतज़ार करते तुम.. लगाव था इसलिए संभाल गए तुम, प्रेम होता तो बिखर जाते तुम... लगाव था इसलिए अपने सम्मान की परवाह करते थे तुम, प्रेम होता तो आत्म सम्मान खोना क्या होता है जानते तुम... लगाव था इसलिए आँसू से रूबरू नहीं थे तुम, प्रेम होता तो आँसू के दोस्त होते तुम... और लगाव तो हर किसी से हो जाता है.. कभी प्रेम करोगे तो प्रेम समझोगे भी तुम... ! ! - ShareChat

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