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#शुभ मुहूर्त #पूजन विधि
शुभ मुहूर्त - कालरात्रि ३४ जयंती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी दुर्गा क्षमा शिवा धात्री ' स्वधा नमोस्तु ते स्वाहा ; जय त्वं देवि चामुण्डे जय भूतार्तिहारिणि जय सर्वगते देवि कालरात्रि नमोस्तु ते माँ दुर्गा के सातवें स्वरूप #माँ _ कालरात्रि की पूजा करने से सभी तरह के भय का नाश होता है। नवरात्रि के सातवें दिन माँ  ब्रह्ममुहूर्त में की जाती है। मां कालरात्रि का कालरात्रि की पूजा स्वरूप देखने में अत्यंत भयानक है, लेकिन भक्तों को माता सदैव शुभ फल ही देने वाली हैं। इसी कारण इनका एक नाम शुभंकरी भी है। कालरात्रि ३४ जयंती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी दुर्गा क्षमा शिवा धात्री ' स्वधा नमोस्तु ते स्वाहा ; जय त्वं देवि चामुण्डे जय भूतार्तिहारिणि जय सर्वगते देवि कालरात्रि नमोस्तु ते माँ दुर्गा के सातवें स्वरूप #माँ _ कालरात्रि की पूजा करने से सभी तरह के भय का नाश होता है। नवरात्रि के सातवें दिन माँ  ब्रह्ममुहूर्त में की जाती है। मां कालरात्रि का कालरात्रि की पूजा स्वरूप देखने में अत्यंत भयानक है, लेकिन भक्तों को माता सदैव शुभ फल ही देने वाली हैं। इसी कारण इनका एक नाम शुभंकरी भी है। - ShareChat

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